चीन ने सोमवार को 2018 के अंत तक चंद्रमा के बहुत दूर एक लैंडर और रोवर लगाने के अभूतपूर्व मिशन का समर्थन करने के लिए डिजाइन किए गए चंद्र संचार रिले उपग्रह के सफल प्रक्षेपण की घोषणा की है.
सफल हुआ टेस्ट
घोषणा में कहा गया है की “चांद के दूरदराज के रहस्यमयी सिरे के बारे में जानकारी जुटाने के लिए चीन ने एक रिले उपग्रह का सफल परीक्षण किया. यह उपग्रह पृथ्वी और चीन के चंद्र अन्वेषण मिशन के बीच संवाद कायम करेगा. नेमड क्यूकीओ (मैपगी ब्रिज) नाम के इस उपग्रह का वजन 400 किलोग्राम है. यह तीन वर्ष तक काम करेगा .”

सऊदी टेक्नोलॉजी का हुआ है प्रयोग
अल अरबिया की खबरों के अनुसार चीन के इस सफल लॉन्च में सऊदी अरब द्वारा विकसित एक ऑप्टिकल कैमरा शामिल है, जो राजा अब्दुलजाइज सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और चीन नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के बीच एक समझौते के हिस्से के रूप में है.

अल अरबिया की खबरों के अनुसार चांग’ई -4 मिशन का उद्देश्य चांद के बहुत दूर एक चंद्र लैंडर और रोवर को स्थापित करने और संचालित करने के लिए संचार का साधन प्रदान करना है, एक ऐसी उपलब्धि जिसका कभी प्रयास नहीं किया गया है.


चीन-सऊदी चंद्र अन्वेषण सहयोग मेमोरैंडम ने 2017 में हस्ताक्षर किए अंतरिक्ष के क्षेत्र में चीन-सऊदी सहयोग को और मजबूत करने का लक्ष्य रखा है.
जोड़ी शौकिया रेडियो प्रयोग भी करेगी, जिसमें एक सऊदी अरब द्वारा विकसित छोटे ऑप्टिकल कैमरे को भी ले जाएगा.
रिले उपग्रह परियोजना के प्रबंधक झांग लिहुआ ने कहा, ‘‘चांद के दूरदराज के सिरे पर नरम सतह की जांच शुरू करने वाला पहला देश बनने के लक्ष्य की दिशा में यह परीक्षण एक महत्वपूर्ण कदम है.’’
